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पूज्य गुरुदेव का जीवन परिचय

📜 पूज्य गुरुदेव का जीवन परिचय

🎉 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के पावन ग्राम गढ़ा (गड़ा) में जन्मे पूज्य गुरुदेव श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री केवल एक संत नहीं, बल्कि आस्था, परिवर्तन और सेवा का एक चमत्कारिक प्रतीक हैं।

🧒🏻 बाल्यकाल से ही गुरुदेव ने अद्भुत आध्यात्मिक समझ और आयु से परे ज्ञान का परिचय दिया। वैष्णव ब्राह्मण कुल में जन्मे गुरुदेव को भक्ति 🙏, ज्ञान 📚 और सेवा 🤝 के दिव्य वातावरण में शिक्षा और संस्कार प्राप्त हुए।

🌍 आज वे सनातन धर्म के वैश्विक युवा प्रेरणास्रोत के रूप में प्रतिष्ठित हैं — जिनकी दिव्य दरबारों 🌟, गहन राम कथाओं 📖, और भारत की सनातन परंपराओं के पुनर्जागरण में अमूल्य योगदान को विश्वभर में श्रद्धा के साथ देखा जाता है।

🧘‍♂️ संतों का मार्गदर्शन। दिव्य कृपा से दीक्षा।

🪔 आध्यात्मिक परंपरा गुरुदेव की आध्यात्मिक यात्रा दो महान आत्माओं के आशीर्वाद से आरंभ हुई:

श्री सन्यासी बाबा — उनके दिव्य पूर्वज, जिनकी तपस्या से 321 वर्षों पूर्व श्री बागेश्वर धाम की पावन भूमि का जन्म हुआ।

श्री दादा गुरु सेतुलाल जी महाराज — उनके पूज्य पितामह, जिन्होंने वर्ष 2000 में सांसारिक जीवन का परित्याग कर निर्मल आध्यात्मिक सेवा को अपनाया।

🕉️ दीक्षा गुरुदेव को जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज से विधिवत दीक्षा प्राप्त हुई, जो समकालीन सनातन संतों और विद्वानों में एक अग्रगण्य नाम हैं। उन्होंने भगवान बालाजी, मानवता और धर्म की सेवा का संकल्प लिया।

संतों का मार्गदर्शन

🌐 विश्व के संत — करोड़ों के प्रेरणास्त्रोत

✨ वैश्विक प्रभाव

चाहे वह गढ़ा गाँव का निजी दिव्य दरबार हो या भारत और विदेशों में आयोजित विशाल जनसभाएँ, गुरुदेव की दिव्य उपस्थिति अनेक आत्माओं को चंगा, जागृत और मार्गदर्शित कर रही है।

🗣️ कथा प्रवचन

राम कथा, हनुमान कथा और भगवद गीता प्रवचन के माध्यम से गुरुदेव शास्त्रों को भक्ति, दृढ़ता और स्पष्टता के साथ पुनः जीवंत करते हैं।

🌍 आध्यात्मिक अभियान

गुरुदेव के नेतृत्व में बागेश्वर धाम बना है एक समग्र सेवा और राष्ट्र जागरण का केंद्र, जहाँ निम्नलिखित सेवाएँ संचालित होती हैं:

🥘 माँ अन्नपूर्णा रसोई – प्रतिदिन हज़ारों को निःशुल्क भोजन

👰 कन्या विवाह योजना – वंचित बेटियों को सम्मान के साथ सशक्त करना

🏥 कैंसर अस्पताल परियोजना – वर्ष 2029 तक पूर्ण करने का संकल्प

📚 वैदिक गुरुकुल – प्राचीन ज्ञान और आधुनिक शिक्षा का संगम

🌳 11 लाख वृक्षारोपण अभियान – प्रकृति को परमात्मा रूप मानकर संरक्षण

🐄 गौ रक्षा आंदोलन – "एक हिन्दू, एक गाय" का संदेश

🇮🇳 हिन्दू एकता यात्रा – राष्ट्रीय और धार्मिक एकता का सशक्त स्वर

🏞️ वनवासी कथा – जनजातीय क्षेत्रों को सनातन से जोड़ना

दिव्य दरबार

🔱 दिव्य दरबार

🔱 दिव्य दरबार गुरुदेव के पावन दिव्य दरबार में हज़ारों श्रद्धालु उपस्थित होते हैं, जहाँ वे ईश्वरीय प्रेरणा से प्राप्त पर्चियों के माध्यम से भूत, भविष्य और रोगों की पहचान कर, चमत्कारी समाधान और आशा प्रदान करते हैं।

🛐 अनेक श्रद्धालु दीर्घकालिक रोगों, व्यसनों, मानसिक वेदना और आध्यात्मिक कष्टों से मुक्ति पाने की साक्षी देते हैं — केवल भक्ति, मंत्र और दिव्य ऊर्जा के माध्यम से, बिना किसी औषधि के।

📖 दर्शन और शिक्षाएँ

🕉️ सनातन धर्म – शाश्वत जीवन पथ

गुरुदेव का संदेश है कि सनातन धर्म कोई मत नहीं, बल्कि करुणा, अनुशासन और सेवा पर आधारित एक सनातन जीवन प्रणाली है।

🔥 तिलक और पहचान की शक्ति

गुरुदेव युवाओं को प्रेरित करते हैं कि वे गर्व से तिलक धारण करें — यह हमारी दिव्य विरासत और सांस्कृतिक आत्मविश्वास का प्रतीक है।

🤝 सामाजिक समरसता

गुरुदेव का मिशन जाति और वर्ग से ऊपर उठकर है। उनका उद्घोष — "एक हिन्दू, एक राष्ट्र" — सामाजिक और धार्मिक एकता का सशक्त आह्वान है।

🎖️ सम्मान और श्रद्धा

🪷 "बागेश्वर धाम सरकार" के नाम से विख्यात गुरुदेव को करोड़ों अनुयायियों का स्नेह प्राप्त है। वे राष्ट्राध्यक्षों, संतों और विश्वभर के आध्यात्मिक साधकों द्वारा सम्मानित हैं। उनके प्रवचनों में लाखों लोग प्रत्यक्ष और करोड़ों ऑनलाइन भाग लेते हैं।

💬 वे आज के युग में धर्म की सशक्त आवाज हैं, जो हिन्दुओं को प्रेरित करते हैं कि वे गर्व से जियें, आध्यात्मिक बनें और करुणा से समाज की सेवा करें।

🙇‍♂️ ईश्वर और राष्ट्र को समर्पित जीवन

पूज्य गुरुदेव का हर श्वास भगवान बालाजी, भारत माता और सनातन धर्म की सेवा के लिए समर्पित है।

🛕 चाहे वह जनजातीय अंचलों में दीप प्रज्वलन हो या विदेशों में प्रवासी भारतीयों को मार्गदर्शन, उनका संदेश स्पष्ट है:

"धर्म की सेवा करो। मानवता की सेवा करो। ईश्वर की सेवा करो।"

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📍आगामी कार्यक्रम:गुरुजी का जन्मोत्सव4 जुलाई |गुरु दीक्षा7, 8 जुलाई |चरण पादुका पूजन9 से 11 जुलाई |लंदन, यू.के.14 से 23 जुलाई 2025 |मस्कट, ओमान23 से 27 जुलाई 2025 |दुबई, यूएई28 से 31 जुलाई 2025 |सिंगापुर1 से 3 अगस्त 2025 |सनातन मठ3 से 5 अगस्त 2025 |रक्षाबंधन उत्सव6 से 12 अगस्त 2025 |युगांडा, पूर्वी अफ्रीका14 से 18 अगस्त 2025 |पद यात्रा7 से 16 नवंबर 2025 |ॐ सन्यासी देवाय नमः |जय श्री राम🚩📍आगामी कार्यक्रम:गुरुजी का जन्मोत्सव4 जुलाई |गुरु दीक्षा7, 8 जुलाई |चरण पादुका पूजन9 से 11 जुलाई |लंदन, यू.के.14 से 23 जुलाई 2025 |मस्कट, ओमान23 से 27 जुलाई 2025 |दुबई, यूएई28 से 31 जुलाई 2025 |सिंगापुर1 से 3 अगस्त 2025 |सनातन मठ3 से 5 अगस्त 2025 |रक्षाबंधन उत्सव6 से 12 अगस्त 2025 |युगांडा, पूर्वी अफ्रीका14 से 18 अगस्त 2025 |पद यात्रा7 से 16 नवंबर 2025 |ॐ सन्यासी देवाय नमः |जय श्री राम🚩